सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन और नगर निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रदेश में कड़ाके की ठंड में गरीबों, निराश्रितों व जरूरत मन्दो को परेशानी न उठानी पड़े और कोई भी व्यक्ति सड़क पर अथवा खुले आसमान के नीचे सोता नजर न आये, जिसके क्रम में देवरिया जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने देर रात्रि शहर के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। बता दें कि निरीक्षण कर ठंड से बचाव हेतु प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं जरूरतमंदों में कंबल वितरण किया। उन्होंने शासन की नीति के अनुरूप रैन बसेरे को अधिक प्रभावी एवं जनउपयोगी बनाने तथा अलाव के संबन्ध में सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम रोडवेज स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। मौके पर 3 यात्री रैन बसेरे में सोते हुए मिले और वहां अलाव की समुचित व्यवस्था भी थी। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज के नियंत्रणाधीन जिला अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर अलाव का जायजा लिया। डीएम ने रामेश्वरम लाल चौराहा के निकट नगर पालिका द्वारा स्थापित रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया। यहाँ 60 लोग सोते हुए मिले। उन्होंने रैनबसेरे में पेयजल व्यवस्था, ठंड से बचाव के इंतजाम, शौचालय व्यवस्था आदि के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से संवाद कर रैन बसेरे की उपयोगिता के संबन्ध में पूछ-ताछ की।इसके पश्चात जिलाधिकारी ने रेलवे स्टेशन होते हुए गोरखपुर ओवरब्रिज से सोनूघाट तक भ्रमण किया और लगभग आधा दर्जन जरूरतमंदों को कंबल ओढाकर राहत प्रदान की। इस सम्बंध में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह जो शीत लहर का माहौल है उसी में नगर पालिका द्वारा यहां ओवरब्रिज के पास रैन बसेरे की व्यवस्था की गई है,उसका निरीक्षण रात 10 बजे मेरे द्वारा किया गया है। करीब 60 लोग इस समय रैन बसेरे का फायदा उठा रहे हैं,और अलाव की भी व्यवस्था है प्रयास यही है कि शीत लहर में किसी का स्वास्थ्य खराब न हो प्रशासक और नगर पालिका द्वारा मिलकर ऐसी व्यवस्थाएं करायी गयी हैं। किसी व्यक्ति को रात में खुले में सोना न पड़े और उसको एक सुरक्षित जगह मिल सके शीत काल को रात्रि व्यतीत करने के लिए।
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