यूपी के गाज़ीपुर के चर्चित ऊसरी हत्याकांड में माफिया त्रिभुवन सिंह आज भारी सुरक्षा के बीच गाजीपुर की जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश हुए। इस दौरान तकनीकी कारणों की वजह से गवाही नहीं हो पाई और अदालत ने आगामी 21 जून की तारीख कार्रवाई के लिए मुकर्रर कर दी है। आपको बताते चलें बीते 15 जुलाई 2001 को मोहम्मदाबाद से मऊ जाते वक्त उसरी चट्टी पर तत्कालीन मऊ सदर के विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी पर ताबड़तोड़ गोली चली थी। जिसमें उनके सरकारी गनर सहित दो लोगों की मौत हो गई थी, और मुख्तार अंसारी बाल बाल बच गए थे। उन्होंने इस गोलीकांड के लिए तत्कालीन माफिया से आज एमएलसी बने बृजेश सिंह और माफिया त्रिभुवन सिंह व अन्य लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। तब से इस मुकदमे का ट्रायल गाजीपुर की कोर्ट में चल रहा है। आरोपी त्रिभुवन सिंह के एडवोकेट योगेश चन्द्र वर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि आज त्रिभुवन और बृजेश सिंह को अदालत में पेश होना था। साथ ही बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को भी पेश होना था। लेकिन अस्वस्थता के चलते बृजेश और मुख्तार की पेशी नहीं हो पाई और साथ ही त्रिभुवन सिंह के वकील का निधन हो जाने की वजह से नए वकील के लिए 1 तारीख ली गई है। इस वजह से घटना गवाह चालक रमेश की गवाही नहीं हो पाई और अगली तारीख 21 जून पर सुनवाई सुनिश्चित की गई है। इस दौरान वकील ने बताया कि मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे न्यायालय में पिता की ओर से उपस्थित थे।
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