ख़बर मैनपुरी से सामने आया है। जहां तिलक चढ़ाने आए दुल्हन पक्ष के लोगों और दूल्हे पक्ष के लोगों बीच में जमकर विवाद हो गया। जिस से आहत होकर दूल्हे ने आत्महत्या करने की कोशिश की। दरअसल बुधवार को दुल्हे समीर की बरात जानी थी। जिसकी वजह से देर रात लड़की पक्ष के लोग तिलक लेकर आए थे। जिसके बाद नाश्ते के दौरान लड़की पक्ष और लड़के पक्ष के बीच विवाद व मारपीट हुआ। जिससे आहत होकर दूल्हे ने खुद को कमरे में बंद करके फांसी लगा ली। बता दे यह पूरा मामला किशनी थाना क्षेत्र के मोहल्ला सदर बाजार का है। जहां नगर निवासी रामनरेश संखवार के बेटे समीर उर्फ मोनू की शादी कन्नौज जनपद के थाना सौरिख के गांव कुतुपुर के रहने वाले श्याम कन्हैया की बेटी मोहिनी के साथ तय हुई थी। बताते चलें कि बुद्धवार को समीर की बारात जाने वाली थी।जिसके चलते देर रात लड़की पक्ष के लोगों के तिलक लेकर किशनी आए। जिसके बाद नाश्ता करते समय लड़की पक्ष के लोगों ने नाश्ता अच्छा नहीं है कहते हुए गाली गलौज शुरू कर दी। जिसके बाद दोनो पक्ष में विवाद होने लगा और मारपीट शुरू हो गई। वहीं जहां एक ओर हाथों में मेहंदी लगा कर दूल्हे और दुल्हन शादी के बंधन में बंधने के लिए एक दूसरे का इंतजार कर रहे थे। तो वही दूसरी ओर तिलक न चढ़ने से आहत दूल्हा कमरे में कुंडी लगाकर ख़ुद फांसी के फंदे से लटक गया। जिसके बाद लोगो ने काफी देर तक दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। जब दूल्हे समीर ने अंदर से कोई जवाब नहीं दिया, दरवाजा नहीं खोला तो लोगों ने दरवाजा तोड़कर अंदर जाकर फंदे से लटके समीर की जान बचाई। और बदहवास दूल्हे को सीएससी में भर्ती कराया। वही दूल्हे की ऐसी हरकत के बाद शादी के घर में जैसे मातम सा छा गया वहीं परिजनों का रोना पीटना शुरु हो गया। जिसके बाद दूल्हे के पिता राम नरेश शंखवार ने रात में ही थाने पर जाकर तहरीर दी जिसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने दुल्हन के पिता, चाचा, और चचेरे भाई को हिरासत में ले लिया। फिलहाल थाने पर दोनों पक्षों के रिश्तेदारों के बीच समझौते की बात चल रही है। वहीं दूल्हे के पिता का कहना है कि हम शादी से मना नहीं कर रहे हैं और शादी में सभी लोग शामिल होंवे लेकिन हम नहीं होंगे। दूल्हे के पिता
हालांकि अभी बात नहीं बन सकी, वहीं थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौते की बात चल रही है। वही दूल्हा दुल्हन दोनों हाथों में मेहंदी लगाए शादी के फैसले के इंतजार में बैठे हैं।
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