कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है उनके हक का पैसा,भुगतान न होने के कारण कार्य ठप।

जौनपुर पूर्वांचल की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में से एक स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) सीएम योगी के निरीक्षण के बाद कार्य लगभग ठप्प हो गया है। जहा कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सीएम के आने से भुगतान होगा लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आया। बल्कि पहले से थोड़ा बहुत आता हुआ भुगतान भी रुक गया। इस बात का खुलासा स्वयं बाला जी प्रोजेक्ट के एमडी ने खुलासा किया। आपको बता दें कि 9 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ उसके बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने निरीक्षण कर डेडलाइन भी दी थी। उनके जाने के बाद 21 सितंबर को भुगतान न होने को लेकर श्रमिकों ने कार्य बंद कर दिया था।मेडिकल कॉलेज का बीते 9 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निरीक्षण व प्रमुख सचिव के निरीक्षण के बाद भी कार्य लगभग बंद हो गया। जिससे यह कहना गलत नहीं होगा कि कहीं न कहीं निर्माणाधीन कार्यदाई संस्था सीएम योगी के आदेशों धज्जियां उड़ाते नज़र आ रहे हैं। वही इस मामले में टाटा व बाला जी के आपसी लड़ाई के कारण मेडिकल कालेज का काम लगभग ठप्प हो गया हैं। कार्यदाई संस्था जिला प्रशासन गलत सूचना को दे रहा है। निर्माण एजेंसी राजकीय निर्माण निगम टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड व बालाजी प्रोजेक्ट लिमिटेड के अधीन कार्य कर रहे हैं। श्रमिको को कई बकाया भुगतान नही मिल रहा हैं। मैटेरियल सप्लाई करने वाले ठेकेदारों के भी बकाया एजेंसियों के बीच रिवाइज रेट को लेकर तनातनी है। वहीं कार्य बंद होने पर डीएम मनीष कुमार वर्मा ने टाटा के प्रोजेक्ट मैनेजर पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक कार्य रुका है। शासन को व जिला प्रशासन को कार्यदाई संस्था गलत रिपोर्ट दे रही है। जिससे मेडिकल कालेज कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है। शासन प्रशासन के निर्देश, आदेश के बावजूद इस तरह की लापरवाही देखने को मिल रही है। ऐसे में कर्मचारी विवश है,उनका कहना है ऐसी परिस्थिति में हमारे सामने आत्महत्या करने के सिवा कोई दूसरा चारा नजर नहीं आ रहा है। हम अपनी शिकायत लेकर कहा जाए।


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