फिरोजाबाद जिले में पशुओं में लंपी वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। जिसे देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। गोवंशों को इस प्रकोप से बचाने के लिए पशु विभाग की टीम लगातार गांव-गांव जाकर सर्वे कर रही हैं कि कहीं गायों या भैंसों में ये वायरस तो नहीं है। इसके साथ ही पशुओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है। ताकि दूसरे पशुओं में भी इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। बता दें कि वहीं फिरोजाबाद में अब तक 7 पशुओं में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है। जिनका उपचार किया जा रहा है।फिरोजाबाद में लंपी वायरस के खतरे को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग तेजी से काम कर रहा है। यहां पर जिन 7 गायों में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है, उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। ये वायरस और न फैले इसका ध्यान रखते हुए इन्हें दूसरी गायों से अलग रखकर इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही पशुओं के टीकाकरण को भी तेज कर दिया गया है। हालाकि जनपद में अब तक 4 हजार से ज्यादा गाय और भैंसों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं इस मामले पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे यहां लंपी वायरस की चपेट में सात गाय आई हैं। जिनका इलाज किया जा रहा है। जिस किसी भी गाय में लंपी वायरस पाया जाता है। उन्हें गांव से 500 मीटर दूर ले जाकर इलाज किया जाता है,और उसका वैक्सीनेशन भी किया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि ये बीमारी किसी दूसरे पशु में न फैले। इसे लेकर लगातार हमारी टीम टीकाकरण कर रही है। गांवों का सर्वे भी किया जा रहा है ताकि ये पता लगाया जा सके कि कहां-कहां इस वायरस की चपेट में पशु आए हैं।
पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इससे ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है इस वायरस का इलाज किया जा रहा है। ये दुधारू पशु है अगर आप इसका दूध पीते हैं तो उसे दो-चार बार उबालकर ही पियें। अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है कि किसी इंसान को इंफेक्शन है साइड इफेक्ट हुआ।
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