देशभर में है इको फ्रेंडली की मूर्तियों की डिमांड।

भारत में कई सारे त्योहार मनाए जाते हैं और इन सभी पर्वों की एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है। इन्हीं त्योहारों में से एक है नवरात्रि। यह त्योहार मुख्यत: माँ दुर्गा को समर्पित किया जाता है।  इस त्योहार में 9 दिन मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है। इस बार शारदीय नवरात्रि का महापर्व 26 सितंबर, सोमवार से शुरू हो रहा है और 5 अक्टूबर, बुधवार तक मनाया जाएगा। फिर दसवें दिन दुर्गा मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है।ताजनगरी में गणेश उत्सव के बाद नवरात्रि को लेकर भी मूर्तिकारों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। आगरा के नामनेर में गणेश उत्सव के बाद नवरात्रि को लेकर मूर्तिकार  मां भगवती की मूर्तियों को बनाने में जुटे हुए हैं।। उनका कहना है कि आगरा और आसपास के क्षेत्रों सहित पूरे देश में आगरा की इन इको फ्रेंडली मूर्तियों की अच्छी खासी डिमांड रहती है।। लेकिन इस बार बारिश होने के चलते उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।। स्थानीय मूर्तिकार पसोपेश में है कि स्थानीय भक्तों को मूर्तियां बेचे हैं या फिर देश के अन्य राज्यों में मूर्तियों का विक्रय करें ।। 
वहीं इस पर मूर्तिकारों का कहना है कि जिस तरीके से गणेश उत्सव में लोगों का उत्साह चरम पर था। इस बार नवरात्रि पर भी अभी से लोग माँ भगवती की मूर्तियां खरीदने के लिए आने लगे हैं। उम्मीद की जा सकती है कि इस बार नवरात्रों के दिनों में बाजार में अच्छी खासी रौनक दिखाई देगी। मूर्तिकारो के अनुसार माँ भगवती के भक्त भी इको फ्रेंडली प्रतिमाओं में अपनी रूचि दिखाते हैं।

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