साहब मेरे पैर कटवा दो लेकिन मुझे बचा लो फिर भी सैकड़ों लोग नही बचा पाए जिंदगी, काल के गाल में समा गई जिंदगी ?

साहब मेरे पैर कटवा दो लेकिन मुझे बचा लो यह गुहार उस खलासी ने जालौन प्रशासन से लगायी जो लकडी से लोड ट्रक पलटने के बाद उसके नीचे दबा था और बाढ का पानी लगातार बढ रहा था जिससे बात उसकी जान पर बन आई थी हालांकि ग्रामीणों ने उस खलासी की जान बचाने के लिये भरसक प्रयास किया लेकिन बढते जलस्तर ने उक्त खलासी की जान ले ली और स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बना देखता रहा हालत यह है कि अभी तक उसका शव उसी ट्रक के नीचे पानी मे दबा है।

कोतवाली कालपी के अंतर्गत ग्राम देवकली मे भवानी दीन की बगिया के समीप शीशम व बबूल की लकडी लादे ओवर लोड ट्रक जा रहा था इधर यमुना मे आई बाढ का पानी मंगरौल कालपी रोड पर आ चुका था और जलस्तर लगातार बढ रहा था लेकिन फिर भी लकडी के ठेकेदार ने जबरन ट्रक निकलवाना चाहा ट्रक जैसे ही कुछ दूर तक चला और बगिया के समीप पलट गया जिसमे चालक ने तो कूदकर अपनी जान बचा ली लेकिन खलासी गौरव प्रजापति निवासी मेरठ ट्रक के नीचे दब गया और बाढ का पानी उसको मौत के रूप मे अपने आगोश मे लेता दिखने लगा कुछ ही देर मे ग्रामीण व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुचा और ट्रक के नीचे दबे खलासी को निकलवाने के लिये जे सी बी मंगवाई गई लेकिन लोड अधिक होने के कारण जे सी बी ट्रक को हिला न सकी उधर यमुना का जलस्तर लगातार बढता देख ट्रक में फंसा खलासी अधिकारियों से गिडगिडाते हुये बोला साहब मेरे पैर कटवा दो लेकिन मेरी जान बचा लो लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी हालांकि ग्रामीण उसे बचाने के लिये ६ घंटे तक मशक्कत करते रहे अंततः लगभग १२ बजे खलासी को बाढ ने अपनी आगोश मे ले लिया और उसकी तडप तडप कर जान चली गई? 

पत्नी बोली साहब ૪ लाख ले लो मेरे पति की जान बचा लो 
वही ग्रामीणों ने बताया कि खलासी की पत्नी का फोन अधिकारियों के पास आया उसने रोते हुये गुहार लगाई कि साहब मेरे पास चार लाख रूपये है ले लो लेकिन मेरे पति की जान बचा लो लेकिन संवेदन हीन बन चुका प्रशासन वहा कुछ देर रूकने के बाद मौके से वापस चला आया और ग्रामीण बेचारे उसे बचाने के लिये जुटे रहे।
स्थानीय ग्रामीणों मे भारी आक्रोश 

ट्रक के नीचे दबे खलासी की बाढ के पानी मे डूबने से हुई दर्दनाक मौत के मामले की खबर जब क्षेत्र मे फैली तो लोग बहुत दुखी हुये और प्रशासन को कोसने लगे ग्रामीणों की भीड मौके से कुछ दूरी पर ही लगी रही ग्रामीणों ने बताया कि यदि प्रशासन चाहता तो दो तीन जे सी बी व मजदूर लगाकर ट्रक के नीचे दबे खलासी को बचा सकता था लेकिन प्रशासन ने उसकी जान की अहिमियत ही नही समझी जिसको लेकर लोगों मे भारी आक्रोश व्याप्त है।

सूत्रों की माने तो ठेकेदार बोला लकडी न उतारो कोई मरता है तो मरने दो 

शीशम व बबूल की लकडी लेकर जा रहा ओवर लोड ट्रक वैध या अवैध रूप से लकडी ले जा रहा था यह जांच का विषय है लेकिन जिस ठेकेदार की लकडी थी वह भी बडा निर्दयी निकला उसने मौके पर स्पष्ट कहा कि लकडी नही उतारी जायेगी चाहे जिसकी जान जाए फिलहाल उक्त घटना से बाढ से बचाव के प्रशासन के इंतजामों की पोल खुल चुकी है वही लोग भी स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली को लेकर नाराज है।

स्रोत--न्यूज़ ऑफ़ इंडिया (एजेंसी)

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