ख़बर ताजनगरी आगरा से है।आगरा के ताजमहल समेत तमाम स्मारकों पर आवारा जानवरों का आतंक है। जिसके कारण कई बार पर्यटक इन आवारा जानवरों की वजह से चोटिल भी हुए हैं। ताजमहल के अंदर पर्यटकों को पानी पीने के लिए भी बंदरों और मधुमक्खियों के काटने का जोखिम उठाना पड़ता है। ताजमहल के बाहर आवारा कुत्ते पर्यटकों को डराते नजर आ रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इस मामले में हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं।ताजनगरी आगरा में बंदरों का आतंक किसी से छुपा नहीं है। दुनिया के सातवें अजूबे ताजमहल के अंदर बंदरों की भरमार है। आवारा कुत्ते भी ताजमहल के अंदर और बाहर देखे जा सकते हैं। ताजमहल के अंदर भीषण गर्मी में पानी के नलों पर बंदरों और मधुमक्खियों के होने की वजह से पर्यटक काफी परेशान रहते हैं और खुद को जोखिम में डालकर पानी पीने के लिए मजबूर हैं।बंदरों और आवारा जानवरों से स्थानीय लोग भी काफी परेशान हैं।ताजमहल के पूर्वी गेट पर एक दुकानदार ने बताया कि इन आवारा कुत्तों बंदरों और आवारा साड़ो की वजह से कई बार ताजमहल घूमने आए पर्यटकों को गंभीर चोटें आई हैं।लेकिन जिम्मेदार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बताते चलें कि ताजमहल के बाहर भी आवारा कुत्ते और साड़ बेखौफ होकर घूम रहे हैं। वही ताजमहल के पास इस तरीके से घूम रहे आवारा जानवरों की वजह से ताजमहल की छवि भी खराब हो रही है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी हर बार की तरह यही कहते नजर आ रहे हैं कि समय समय पर कर्रावाई की जाती है और आगे भी आवारा जानवारों को अभियान चलाकर पर्यटन स्थलों से हटाया जायेगा।
दरअसल मोहब्बत की निशानी ताजमहल समेत पर्यटन नगरी आगरा में अन्य ऐतिहासिक इमारतों को देखने देश विदेश से पर्यटक पहुँचते हैं। लेकिन ऐतिहासिक इमारतों के आसपास आवारा जानवरों का जमावड़ा होने की वजह से आगरा की छवि पर भी काला धब्बा लग रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि जिम्मेदार कब इसकी सुध लेते हैं और कब तक पर्यटन स्थलों से आवारा पशुओं के आतंक को खत्म कर पाते हैं।
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