ख़बर उत्तर प्रदेश रामपुर जिले की हैं। जहां जिला सदर अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। उत्तर प्रदेश के सबसे खूबसूरत जिला अस्पताल की तीसरी बिल्डिंग पर बने अननोन वार्ड से एक युवक की कूदने से मौत हो गई।आपको बता दें कि अस्पताल में तीसरी मंजिल पर बने अननोन वार्ड में जाली नहीं है। जिसके चलते युवक ने खिड़की से छलांग लगा दी और उसकी मौत हो गई।दरअसल जिला सदर अस्पताल में लावारिसों को, अज्ञात व्यक्तियों और मानसिक तौर से कमज़ोर बीमारों को अननोन वार्ड में रखा जाता है। जिला सदर अस्पताल बिल्डिंग में एक युवक आज चोट लगने के कारण अपराहन दाखिल हुआ था। युवक को चोटिल अवस्था में 108 एंबुलेंस लेकर जिला अस्पताल पहुंची थी। अभी युवक अपना नाम भी नहीं बता सका कि जिला सदर अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही का प्रदर्शन करते हुए युवक को जिला अस्पताल की बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बने अननोन वार्ड में डाल दिया। जहां पर वह अकेला ही था। साथ ही तीसरी मंजिल के अननोन वार्ड में ना कोई चादर ना कोई बेड था। यही नहीं तीसरी मंजिल के अननोन वार्ड की खिड़की पर कोई जाली भी नहीं लगी हुई है। इसी के चलते युवक तीसरी मंजिल की खिड़की से कूद गया और जिसके चलते उसकी मौत हो गई। वहीं अब अस्पताल प्रशासन अपनी लापरवाही को छिपाने में लगा हुआ है। हालाकि अस्पताल ने युवक को मानसिक विक्षिप्त बताया है।वहीं सवाल यह उठता है कि जिला सदर अस्पताल तमाम सुविधाओं से लैस होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए क्यों मुस्तैद नहीं हैं। अस्पताल प्रशासन युवक को मानसिक विक्षिप्त बता रहा है और इसी के चलते उसे अज्ञात वार्ड में भर्ती कराया गया था। ऐसे में मानसिक विक्षिप्त को अज्ञात वार्ड में खतरे से भरी हुई तीसरी मंजिल पर क्यों रखा गया? जहां पर खिड़की में जाली की व्यवस्था नहीं थी।आपको बता दें कि यह जिला अस्पताल आजम ने बनवाया है
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